नवजात शिशु कौ हर तरह की बिमारी से बचाने के लिए गर्भनाल बहुत उपयोगी है गर्भनाल मतलब प्लेसेंटा से डाक्टरों ने कैंसर जेसी ना ईलाज बिमारी का भी तोड निकाला
है साथ ही साथ लीवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज करने में सफलता पा ली है.बच्चे के जन्म के बाद
गर्भनाल को दोनों तरफ से काट कर फेंक दिया जाता है मगर नई खोज ने गर्भनाल को बोहोत खास बना दिया है. द मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर सहित देश के 25 से अधिक शहरों में तो प्लेसेंटा बैंकिंग भी शुरु हो चुकी है.
इस को रखने का बड़ा फायदा यह है कि इससे बच्चे के साथ दूसरे सदस्यों का भी उपचार किया जा सकता है इससे यह नष्ट हो चुकी या क्षतिग्रस्त हो चुकी कोशिकाओं की जगह भी ले सकती हैं और वहां नई कोशिकाएं तैयार कर सकती हैं. अस्थि मज्जा यानि बोन मैरो से कोशिकाएं लेकर इलाज करने वाले डाक्टर भी अब गर्भनाल से निकली कोशिकाओं को प्राथमिकता देने लगे थैलेसिमिया जैसी खतरनाक बीमारियों में तोयह काफी फायदेमंद है. अन्य बीमारियों में इसके उपयोग पर रिसर्च जारी है. दुनिया भर में इस की मदद से 100 से अधिक बीमारियों का इलाज किया जा रहा है.
कैंसर जेसी बिमारी का ईलाज
September 05, 2016
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