वजन कम करने के लिए डाइट वजन कम करने के लिए इन दिनों कम कार्बोहाइड्रेट और हाई फैट यानी कि लडाई पर लोगों का जोर काफी ज्यादा है खास बात यह है इस डायरेक्ट में मेटाबोलिक रेट कम नहीं होता हालांकि कीटो डाइट को फोलो करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेनी जरूरी है क्योंकि कार्ड की मात्रा कम लेने से साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं इसमें सामान्य समस्या है इसके तहत अधिक प्यास लगना बार-बार मूत्र जाना थकान होना चिड़चिड़ापन सिरका हलका लगना और हिलना और पसीना आना जैसे लक्षण दिखाई देता है
हमारे शरीर को जितनी मात्रा पेट की चाहिए उसमें बहुत कम कार्बोहाइड्रेट इस डाइट में होता है इसमें जितना भी फिर किया जाता है वह इतना हेल्दी होता है कि शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिल जाए और मेटाबोलिक रेट कम हो लिवर में जब फैक्ट का अपघटन होता है तो कीटोन से उत्पन्न होते हैं जिसमें शरीर को प्राप्त ऊर्जा मिलती है सामान्य डाइट में यह कार्रवाई ट्रेन के स्त्रोत से उत्पन्न होने वाले गुल को से मिलती है जब शरीर में कीटों से उत्पन्न होते हैं तो शरीर केरोसिन की स्थिति में प्रवेश कर जाता है और इसमें शरीर पूरी तरह से फिर से भरपूर होता है जब मेटाबोलिक रेट्स बढ़ता है तो हमारे शरीर में अच्छी तरह फ्रेंड को नष्ट कर देता है
कीटो डाइट का मुख्य नियम यह है हाई फैट मध्य प्रोटीन और कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट इसमें रोजाना की जरूरत 70 से 75% कैलोरी फ्लैट होनी चाहिए 20 से 25% कैलोरी प्रोटीन और 5 से 10 परसेंट कैलोरी हमें कार्बोहाइड्रेट लेनी चाहिए हालांकि शरीर को जरूरत अलग-अलग होती है लेकिन कीटो डाइट में सामान्य कार्बोहाड्रेट को अपनी पूरी डाइट से सामान्य 30% कम होना चाहिए साथ ही पेट को 40% और प्रोटीन को 30% बढ़ा ना होता है
आमतौर पर खाने में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है लेकिन इसी सब्जियां और आते हैं जिन में कार्बोहाइड्रेट नहीं होता है उन्हें कीटो डाइट में शामिल किया जा सकता है मक्खन पनीर सत्तू पालक लौकी कद्दू बैंगन चुकंदर जैसी पोस्टिक होने के साथ-साथ बजन कम करने में सहायक होती है इनसे इंसुलिन को नियंत्रण किया जा सकता है
कीटो डाइट में कार्बोनेटेड कम और फेट ज्यादा होता है इस जल्दी भूख नहीं लगती वजन कम करने के लिए काफी लाभदायक तरीका होता है यह प्राकृतिक प्रक्रिया है इसमें डायबिटीज भी नियंत्रण रहती है लो कार्ब डाइट मेटाबोलिक और हार से जुड़ी बीमारियों की आशंका कम हो जाती है कम कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से इंसुलिन का स्तर कम हो जाता है जिससे ऑक्सीडेशन स्टेट भी कम होता है यह प्रक्रिया एंटी एक जीन की तरह कार्य करती है इस डाइट से शरीर में कोलेस्ट्रॉल या एचडीएल के स्तर को बढ़ाता है इसमें इंसुलिन और ब्लड शुगर लेवल कम होता है और टाइप 2 डायबिटीज रोगियों के लिए काफी लाभदायक होता है ग्लूकोज मेटाबोलिक कम होने का प्रभाव शरीर में दर्द पर भी पड़ता है यही वजह है कि इस डाइट में एंप्लॉयमेंट प्रॉपर्टी के लिए जाना होता है यह रोगियों के लिए काफी लाभदायक होती है
इस डाइट से अधिक मात्रा में प्रोटीन लिया जाए तो इंसुलिन और ब्लड शुगर अस्थाई रुप से बढ़ जाता है बढ़ा हुआ इंसुलिन फैट बर्न को बंद कर देगा और व बॉडी कौन सिसकी स्थिति में बाहर आ जाती है अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट अचानक खत्म करने से दिमाग पर असर पड़ता है आप ज्यादा ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं इससे मसल्स नहीं बन पाते हैं इससे डायरिया होने की संभावना होती है
वजन कम करने के लिए एक तो खाने के बाद सोना नहीं चाहिए और रोज सुबह थोड़ा-बहुत योगा या मॉर्निंग वॉक जरूर करें और डार्क चॉकलेट और जो भी कार्बोहाइट्रेड ज्यादा होता है या प्रोटीन ज्यादा होता है ऐसी चीजों से दूर रहें और जब तक हम यह नहीं मान लेते की शरीर हमारे लिए बहुत जरुरी है और इसको फिट रखना या सामान्य भजन रखना हमारा दायित्व है जब तक हम यह नहीं कर पाएंगे इसके लिए रोज मेहनत करनी होगी और हम रोज मेहनत करके अपना वजन घटा सकते हैं और जो डाइट मैंने आपको पर बताइए उसके हिसाब से आप अपना वजन कम कर सकते हो
ज्यादा वजन शरीर के लिए बहुत हानिकारक होता है क्योंकि इससे हमारे शरीर में बहुत नुकसान होते हैं
वजन कम करने की डाइट क्या है
हमारे शरीर को जितनी मात्रा पेट की चाहिए उसमें बहुत कम कार्बोहाइड्रेट इस डाइट में होता है इसमें जितना भी फिर किया जाता है वह इतना हेल्दी होता है कि शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिल जाए और मेटाबोलिक रेट कम हो लिवर में जब फैक्ट का अपघटन होता है तो कीटोन से उत्पन्न होते हैं जिसमें शरीर को प्राप्त ऊर्जा मिलती है सामान्य डाइट में यह कार्रवाई ट्रेन के स्त्रोत से उत्पन्न होने वाले गुल को से मिलती है जब शरीर में कीटों से उत्पन्न होते हैं तो शरीर केरोसिन की स्थिति में प्रवेश कर जाता है और इसमें शरीर पूरी तरह से फिर से भरपूर होता है जब मेटाबोलिक रेट्स बढ़ता है तो हमारे शरीर में अच्छी तरह फ्रेंड को नष्ट कर देता है
कीटो डाइट का क्या है नियम
कीटो डाइट का मुख्य नियम यह है हाई फैट मध्य प्रोटीन और कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट इसमें रोजाना की जरूरत 70 से 75% कैलोरी फ्लैट होनी चाहिए 20 से 25% कैलोरी प्रोटीन और 5 से 10 परसेंट कैलोरी हमें कार्बोहाइड्रेट लेनी चाहिए हालांकि शरीर को जरूरत अलग-अलग होती है लेकिन कीटो डाइट में सामान्य कार्बोहाड्रेट को अपनी पूरी डाइट से सामान्य 30% कम होना चाहिए साथ ही पेट को 40% और प्रोटीन को 30% बढ़ा ना होता है
शामिल करें पोषक तत्व
आमतौर पर खाने में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है लेकिन इसी सब्जियां और आते हैं जिन में कार्बोहाइड्रेट नहीं होता है उन्हें कीटो डाइट में शामिल किया जा सकता है मक्खन पनीर सत्तू पालक लौकी कद्दू बैंगन चुकंदर जैसी पोस्टिक होने के साथ-साथ बजन कम करने में सहायक होती है इनसे इंसुलिन को नियंत्रण किया जा सकता है
इस डाइट से आपको यह फायदे होंगे
कीटो डाइट में कार्बोनेटेड कम और फेट ज्यादा होता है इस जल्दी भूख नहीं लगती वजन कम करने के लिए काफी लाभदायक तरीका होता है यह प्राकृतिक प्रक्रिया है इसमें डायबिटीज भी नियंत्रण रहती है लो कार्ब डाइट मेटाबोलिक और हार से जुड़ी बीमारियों की आशंका कम हो जाती है कम कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से इंसुलिन का स्तर कम हो जाता है जिससे ऑक्सीडेशन स्टेट भी कम होता है यह प्रक्रिया एंटी एक जीन की तरह कार्य करती है इस डाइट से शरीर में कोलेस्ट्रॉल या एचडीएल के स्तर को बढ़ाता है इसमें इंसुलिन और ब्लड शुगर लेवल कम होता है और टाइप 2 डायबिटीज रोगियों के लिए काफी लाभदायक होता है ग्लूकोज मेटाबोलिक कम होने का प्रभाव शरीर में दर्द पर भी पड़ता है यही वजह है कि इस डाइट में एंप्लॉयमेंट प्रॉपर्टी के लिए जाना होता है यह रोगियों के लिए काफी लाभदायक होती है
इस डाइट से नुकसान
इस डाइट से अधिक मात्रा में प्रोटीन लिया जाए तो इंसुलिन और ब्लड शुगर अस्थाई रुप से बढ़ जाता है बढ़ा हुआ इंसुलिन फैट बर्न को बंद कर देगा और व बॉडी कौन सिसकी स्थिति में बाहर आ जाती है अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट अचानक खत्म करने से दिमाग पर असर पड़ता है आप ज्यादा ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं इससे मसल्स नहीं बन पाते हैं इससे डायरिया होने की संभावना होती है
वजन कम करने के लिए एक तो खाने के बाद सोना नहीं चाहिए और रोज सुबह थोड़ा-बहुत योगा या मॉर्निंग वॉक जरूर करें और डार्क चॉकलेट और जो भी कार्बोहाइट्रेड ज्यादा होता है या प्रोटीन ज्यादा होता है ऐसी चीजों से दूर रहें और जब तक हम यह नहीं मान लेते की शरीर हमारे लिए बहुत जरुरी है और इसको फिट रखना या सामान्य भजन रखना हमारा दायित्व है जब तक हम यह नहीं कर पाएंगे इसके लिए रोज मेहनत करनी होगी और हम रोज मेहनत करके अपना वजन घटा सकते हैं और जो डाइट मैंने आपको पर बताइए उसके हिसाब से आप अपना वजन कम कर सकते हो
ज्यादा वजन शरीर के लिए बहुत हानिकारक होता है क्योंकि इससे हमारे शरीर में बहुत नुकसान होते हैं